प्रिंस सलमान पर पिता के जाली साइन का आरोप, क्या सच में हुआ सऊदी अरब में ऐसा?

सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान पर गंभीर आरोप लगे हैं। सऊदी के पूर्व खुफिया अधिकारी साद अल-जाबरी ने दावा किया

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प्रिंस सलमान पर पिता के जाली साइन का आरोप, क्या सच में हुआ सऊदी अरब में ऐसा?

Anjali Singh

  • August 20, 2024 6:41 pm Asia/KolkataIST, Updated 3 months ago

नई दिल्ली: सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान पर गंभीर आरोप लगे हैं। सऊदी के पूर्व खुफिया अधिकारी साद अल-जाबरी ने दावा किया है कि प्रिंस ने अपने पिता किंग सलमान के फर्जी हस्ताक्षर किए और इसके जरिए एक शाही फरमान जारी किया। कहा जा रहा है कि इसी फरमान के बाद यमन में युद्ध शुरू हुआ। साद अल-जाबरी ने यह बात बीबीसी को दिए एक इंटरव्यू में बताई। इसके अलावा उन्होंने यह आरोप समाचार एजेंसी एपी को भी दिए गए बयान में दोहराया।

प्रिंस ने अपने पिता को बिना बताए किया साइन

साद अल-जाबरी ने बताया कि प्रिंस सलमान ने यह शाही फरमान अपने पिता किंग सलमान को बताए बिना ही जारी किया। जाबरी फिलहाल कनाडा में निर्वासन का जीवन बिता रहे हैं। उनका सऊदी सरकार के साथ लंबे समय से विवाद चल रहा है, और उनके दो बच्चे सऊदी की जेल में बंद हैं। जाबरी का आरोप है कि उनके बच्चों को जेल में रखकर सऊदी सरकार उन्हें देश वापस लाने के लिए दबाव बना रही है। उन्होंने यह भी दावा किया कि प्रिंस सलमान उन्हें मारना चाहते हैं।

जाबरी ने खुद को बताया सऊदी के लिए वफादार

जाबरी ने एपी को दिए इंटरव्यू में कहा, “प्रिंस सलमान तब तक चैन से नहीं बैठेंगे जब तक मुझे मार नहीं दिया जाता। मुझे इस बात में कोई शक नहीं है।” उन्होंने कहा कि वह अपने बच्चों को जेल से छुड़ाने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे। जाबरी ने खुद को सऊदी के प्रति वफादार बताते हुए कहा कि वह हमेशा देश की सुरक्षा के लिए समर्पित रहे हैं और देशविरोधी नहीं हैं।

सऊदी सरकार का जवाब

सऊदी सरकार ने जाबरी के इन आरोपों को पूरी तरह से खारिज कर दिया है। सरकार का कहना है कि जाबरी बदनाम अधिकारी हैं और उनके आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है। जाबरी ने यह भी दावा किया है कि सऊदी गृह मंत्रालय के एक करीबी सूत्र ने उन्हें बताया था कि जब प्रिंस सलमान रक्षा मंत्री थे, तब उन्होंने यह फर्जी हस्ताक्षर किए थे, जिसके बाद यमन में सैन्य कार्रवाई शुरू हुई थी।

क्या होगा आगे?

इस पूरे मामले ने सऊदी अरब की राजनीति में हलचल मचा दी है। जाबरी और सऊदी सरकार के बीच विवाद का अंत कब और कैसे होगा, यह देखना दिलचस्प होगा। इस बीच, जाबरी के बच्चों की रिहाई और उनके आरोपों पर क्या कदम उठाए जाएंगे, इस पर भी सबकी नजरें टिकी हैं।

 

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