Advertisement
  • होम
  • life style
  • इस तरह से पहचाने बच्चे की आंखें कमजोर हैं या नहीं, जानिए कुछ खास उपाय

इस तरह से पहचाने बच्चे की आंखें कमजोर हैं या नहीं, जानिए कुछ खास उपाय

नई दिल्ली: बच्चों की आंखों की देखभाल करना बहुत जरूरी है क्योंकि उनकी आंखें बहुत ही संवेदनशील होती हैं। अगर उनकी दृष्टि में कोई समस्या होती है, तो यह उनकी पढ़ाई, खेल और रोज़मर्रा की गतिविधियों पर असर डाल सकता है। इसलिए, माता-पिता के लिए यह जानना महत्वपूर्ण है कि बच्चों की आंखें कमजोर हैं […]

Advertisement
  • August 18, 2024 3:02 pm Asia/KolkataIST, Updated 4 months ago

नई दिल्ली: बच्चों की आंखों की देखभाल करना बहुत जरूरी है क्योंकि उनकी आंखें बहुत ही संवेदनशील होती हैं। अगर उनकी दृष्टि में कोई समस्या होती है, तो यह उनकी पढ़ाई, खेल और रोज़मर्रा की गतिविधियों पर असर डाल सकता है। इसलिए, माता-पिता के लिए यह जानना महत्वपूर्ण है कि बच्चों की आंखें कमजोर हैं या नहीं। यहां हम आपको कुछ संकेत बताएंगे, जिनसे आप समझ सकते हैं कि आपके बच्चे की आंखों में समस्या हो सकती है।

1. आंखों को बार-बार मलना

यदि आपका बच्चा बार-बार अपनी आंखों को मलता है, तो यह एक संकेत हो सकता है कि उसकी आंखों में किसी तरह की परेशानी हो रही है। आंखों में खुजली, थकान या देखने में दिक्कत होने पर बच्चे अपनी आंखों को मल सकते हैं।

2. सिर दर्द की शिकायत

बच्चों में सिर दर्द की शिकायत होना एक गंभीर संकेत हो सकता है। खासकर अगर सिर दर्द का कारण पढ़ने या टीवी देखने के दौरान हो, तो यह संकेत हो सकता है कि बच्चे की आंखों की दृष्टि कमजोर हो रही है।

3. पढ़ते समय किताब को बहुत पास रखना

यदि आपका बच्चा पढ़ते समय किताब को बहुत नजदीक रखता है या टीवी देखते समय स्क्रीन के बहुत पास बैठता है, तो यह इस बात का संकेत हो सकता है कि उसकी दूर की दृष्टि कमजोर हो रही है।

4. धुंधला दिखाई देना

अगर आपका बच्चा आपको यह बताता है कि उसे चीजें धुंधली दिखाई दे रही हैं या वह स्पष्ट रूप से नहीं देख पा रहा है, तो यह आंखों की कमजोरी का संकेत हो सकता है। ऐसे मामलों में बच्चे अक्सर कक्षा में बोर्ड पर लिखी गई चीज़ें ठीक से नहीं देख पाते।

5. आंखों का बार-बार लाल होना

आंखों का बार-बार लाल होना या आंखों में पानी आना भी आंखों की कमजोरी का संकेत हो सकता है। यह तब होता है जब आंखें अधिक तनाव में होती हैं और उन्हें आराम की आवश्यकता होती है।

6. आंखों का तिरछा होना

अगर बच्चा किसी चीज को देखने के लिए अपनी आंखें तिरछी करता है या सिर को एक तरफ झुकाता है, तो यह इस बात का संकेत हो सकता है कि उसकी आंखों में कोई समस्या है।

7. स्कूल में प्रदर्शन में गिरावट

अगर बच्चे का स्कूल में प्रदर्शन अचानक से गिर रहा है, तो इसका कारण आंखों की समस्या हो सकती है। जब बच्चा कक्षा में ठीक से नहीं देख पाता, तो वह पढ़ाई में पीछे रह सकता है।

आंखें कमजोर होने का शक हो?

अगर आपको इन संकेतों में से कोई भी संकेत अपने बच्चे में दिखाई देता है, तो आपको तुरंत एक नेत्र विशेषज्ञ (Eye Specialist) से परामर्श लेना चाहिए। बच्चे की आंखों की नियमित जांच करवाना भी बहुत जरूरी है। समय-समय पर बच्चे की आंखों का परीक्षण करवाकर, आप किसी भी समस्या को समय पर पहचान सकते हैं और उसका सही उपचार करवा सकते हैं।

आंखों की देखभाल के उपाय

– स्वस्थ आहार: बच्चों के आहार में विटामिन ए से भरपूर खाद्य पदार्थ शामिल करें, जैसे गाजर, पालक, और अन्य हरी सब्जियाँ।

– स्क्रीन टाइम सीमित करें: बच्चों के स्क्रीन टाइम को सीमित करें। बहुत ज्यादा टीवी या मोबाइल देखने से आंखों पर दबाव पड़ता है।

– प्राकृतिक रोशनी में पढ़ाई: सुनिश्चित करें कि बच्चा अच्छी रोशनी में पढ़ाई करे। कम रोशनी में पढ़ाई करना आंखों के लिए हानिकारक हो सकता है।

– आंखों के व्यायाम: बच्चों को आंखों के व्यायाम करवाएं जिससे उनकी आंखों की मांसपेशियां मजबूत हों।

Also Read…

18 या 19 अगस्त में से किस दिन मनाया जाएगा रक्षाबंधन, जानिए कब है राखी बांधने का शुभ मुहूर्त

इन लोगों के लिए जहर बन सकता है नींबू पानी, जानिए क्या है नुकसान

Advertisement