क्या शारीरिक संबंध बनाने से बीमारियां कम होती हैं जानें सच्चाई!

क्या शारीरिक संबंध बनाने से बीमारियां कम होती हैं? जानें सच्चाई Does having physical relations reduce diseases? know the truth

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क्या शारीरिक संबंध बनाने से बीमारियां कम होती हैं जानें सच्चाई!

Shikha Pandey

  • August 17, 2024 5:15 pm Asia/KolkataIST, Updated 3 months ago

नई दिल्ली : मूड अच्छा करने के अलावा अगर स्ट्रेस कम करना चाहते हैं? इसके अलावा कई सारी बीमारियों जैसे- कैंसर, दिल की बीमारी और दूसरी तरह की स्वास्थ्य समस्याओं से दूर रहना चाहते हैं तो यह खबर आपकी हेल्प कर सकती है.बहुत सारे रिसर्च में यह बात सामने आई है कि फिजिकल रिलेशन बनाने से हेल्थ से जुड़ी कई समस्या दूर हो जाती है. आईए जानते है विस्तार से

हार्ट हेल्थ के लिए अच्छा

शारीरिक संबंध के जरिए हार्ट काफी अच्छा रहता है. अमेरिकन जर्नल ऑंफ़ कार्डियोलॉजी में छपी रिपोर्ट के अनुसार  सप्ताह में कम से कम 2 बार अपने पार्टनर के साथ शारीरिक संबंध बनाने से पुरुष को स्ट्रोक- और दिल की बीमारी का खतरा कम होता है. वहीं जो पुरूष महीने में एक बार ऐसा करते है .उन्हें स्ट्रोक और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है

पीरियड्स में दर्द-ऐंठन से राहत

जो महिलाएं शारीरिक संबंध बनाती हैं उन्हें पीरियड्स के दौरान दर्द से राहत मिलती है. वूमनाइडर नाम की एक कंपनी ने अपने रिसर्च में खुलासा किया है कि 31 प्रतिशत महिलाओं ने कहा इस कारण दर्द में राहत मिलती है.

स्ट्रेस और बीपी कंट्रोल में रहता है

शारीरिक संबंध बनाने से एंडोर्फिन नाम का हार्मोन शरीर में बढ़ता है. जिसकी वजह से कोर्टिसोल और एड्रेनालाईन जैसे तनाव हार्मोन को कम करता है.इसके अलावा कुछ हार्मोन बीपी को कंट्रोल करने में मदद करते हैं. रात के समय अगर आप शारीरिक संबंध बनाते हैं तो सिस्टोलिक हार्मोन बीपी के लेवल को कम करता है.

प्रोस्टेट कैंसर के जोखिम को करता है कम

अमेरिका के लगभग 32000 पुरूष पर एक रिसर्च किया गया जिसमें यह पाया गया कि हर महीने 20 से अघिक बार स्खलन करने से 20% प्रोस्टेट कैंसर का खतरा कम हो जाता है वहीं 20 और 40 के दशक के पुरुषों के लिए ये खतरा हर माह केवल चार से सात बार स्खलन करने की तुलना में लगभग 20% कम होता था.

बेहतर नींद

शारीरिक संबंध शरीर के लिए एक तरह की एक्सरसाइज है. जिससे आप तरोताजा महसूस करते हैं. इससे आपके शरीर में ऑक्सीटोसिन, प्रोलैक्टिन और एंडोर्फिन नामक हार्मोन का लेवल बढ़ता है,और आपको अच्छी नींद आती है. शरीर रिलैक्स रहता है.

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