प्रधानमंत्री मोदी ने लाल किले की प्राचीर से आखिर क्यों ग्रीन जॉब्स का जिक्र किया ?

नई दिल्ली : 15 अगस्त को पीएम मोदी ने लाल किले की प्राचीर से 11वीं बार देश को संबोधित किया. अपने संबोधन में पीएम ने देश के लिए कई बड़े ऐलान किए. उन्होंने मेडिकल से लेकर ग्रीन जॉब्स में 75 हजार सीटें बढ़ाने की बात कही. आइए जानते हैं क्या हैं ग्रीन जॉब्स, जिनका जिक्र […]

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प्रधानमंत्री मोदी ने लाल किले की प्राचीर से आखिर क्यों ग्रीन जॉब्स का जिक्र किया ?

Manisha Shukla

  • August 15, 2024 7:08 pm Asia/KolkataIST, Updated 3 months ago

नई दिल्ली : 15 अगस्त को पीएम मोदी ने लाल किले की प्राचीर से 11वीं बार देश को संबोधित किया. अपने संबोधन में पीएम ने देश के लिए कई बड़े ऐलान किए. उन्होंने मेडिकल से लेकर ग्रीन जॉब्स में 75 हजार सीटें बढ़ाने की बात कही. आइए जानते हैं क्या हैं ग्रीन जॉब्स, जिनका जिक्र पीएम मोदी ने अपने संबोधन में किया.

राष्ट्रीय हरित हाइड्रोजन मिशन| भारतीय राष्ट्रीय पोर्टल

प्रधानमंत्री ने कहा कि ग्रीन हाइड्रोजन मिशन से भारत को ग्लोबल बनाना है. इस लक्ष्य की दिशा में काम किया जा रहा है. ऐसे में अगर आने वाले समय में ग्रीन जॉब्स का कल्चर बढ़ता है तो देश के युवा इसमें सबसे आगे होंगे. इस सेक्टर में काफी रोजगार आएंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि 5 साल में देश में मेडिकल की 75 हजार और सीटें बढ़ाई जाएंगी.

ग्रीन जॉब्स क्या है?

ग्रीन जॉब्स उन सेक्टर में रोजगार से संबंधित हैं, जो इस बात का ध्यान रखते हैं कि उनके काम का पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव पड़े और पर्यावरण को कोई नुकसान न पहुंचे. हाइड्रोपावर, सोलर एनर्जी, इलेक्ट्रिक व्हीकल आदि सेक्टर में निकलने वाली नौकरियों को ग्रीन जॉब्स कहा जाता है.

ग्रीन जॉब्स में भारत की स्थिति क्या है?

इंटरनेशनल रिन्यूएबल एनर्जी एजेंसी और इंटरनेशनल लेबर ऑर्गनाइजेशन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2020-21 में भारत में ग्रीन जॉब्स सेक्टर में कुल 8,63,000 लोगों को नौकरी मिली। इन नौकरियों में से 2,17,000 सोलर फोटोवोल्टिक वर्टिकल में और 4,14,000 हाइड्रोपावर सेक्टर से थीं। रिपोर्ट के मुताबिक, 2021 में भारत में 2.17 लाख सोलर फोटोवोल्टिक जॉब्स और 4.14 लाख हाइड्रोपावर जॉब्स का सृजन हुआ।

कैसे पाएं जॉब?

ग्रीन जॉब्स में करियर बनाने के लिए छात्र बीएससी/बीई/बीटेक एनवायरनमेंटल साइंस का कोर्स कर सकते हैं। आप एनवायरनमेंटल साइंस में एमएससी या एमटेक और एमबीए भी कर सकते हैं। इन कोर्स की पढ़ाई करने के बाद सोलर एनर्जी आदि सेक्टर में जॉब मिलती है। छात्र जेएनयू, डीयू, इग्नू समेत कई संस्थानों से इसकी पढ़ाई कर सकते हैं।

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