नई दिल्ली: आपको तो पता ही होगा कि हिज्बुल्लाह और इजरायल में जंग चल रही है, क्योंकि हिज्बुल्लाह के एक कमांडर को इजरायल ने मार दिया था, लेकिन अब सवाल यह उठता है कि क्या हिज्बुल्लाह ने इजरायल से अपने कमांडर फुआद शुक्र की मौत बदला लिया कि नहीं? हालांकि इस बात का दावा ईरानी […]
नई दिल्ली: आपको तो पता ही होगा कि हिज्बुल्लाह और इजरायल में जंग चल रही है, क्योंकि हिज्बुल्लाह के एक कमांडर को इजरायल ने मार दिया था, लेकिन अब सवाल यह उठता है कि क्या हिज्बुल्लाह ने इजरायल से अपने कमांडर फुआद शुक्र की मौत बदला लिया कि नहीं? हालांकि इस बात का दावा ईरानी मीडिया कर रही है. उसने बताया है कि लेबानन के इस मिलिशिया संगठन ने इजरायल के बड़े सैन्य ठिकानों पर हमला किया है और वहां तबाही भी देखने को मिली है.
हमास और हिज्बुल्लाह के सीनियर नेताओं की जब से हत्या हुई है, तब से इजरायल ईरान और उसके सहयोगियों द्वारा हमले की आशंका हुई है, जिसके चलते वो हाई अलर्ट पर है. ईरान ने पिछले महीने कसम खाई थी कि हमास की राजनीतिक शाखा के प्रमुख इस्माइल हनिया और हिजबुल्ला के सैन्य कमांडर फुआद शुक्र की मौत हुई थी, जिसका बदला वो इजरायल से लेगा और उसे भुगतना होगा.
बता दें कि मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, हिजबुल्ला ने कहा कि उसने अल-समका, रामिया और मिसगव अम इलाकों में इजरायली सेना के जो तकनीकी और जासूसी उपकरणों को निशाना बनाया है. साथ ही साथ उसने यह भी कहा कि उसने मिसाइल हमले में मटात बस्ती के पास एक सैन्य अड्डे के पास हमला किया था, जिसमें इजरायली सैनिकों के एक समूह था.
इससे पहले इजरायली अधिकारियों ने कहा था कि उन्होंने हमास के तरफ से जो हमला किया गया है, उसे नाकाम कर दिया था. वहीं हमास ने तेल अवीव को टार्केग किया था और दो M90 रॉकेट दागने की जिम्मेदारी ली थी. मई महीने के बाद से इजरायली कारोबारी केंद्र पर यह उसने दूसरी बार हमला किया था.
हालांकि हमास की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया है कि अल-कस्साम ब्रिगेड ने नागरिकों के खिलाफ जायनिस्ट नरसंहार और हमारे लोगों को जानबूझकर मारा था, इसलिए हमने बदला लेना का सोचा और तेल अवीव शहर और उसके उपनगरों पर दो M90 मिसाइलों से बम बारी की.