हिंडनबर्ग मामले पर कांग्रेस की बड़ी चाल,अडानी से लेकर मोदी सरकार तक सबको लपेटाCongress's big move on Hindenburg issue, everyone from Adani to Modi government is involved
नई दिल्ली : कांग्रेस ने ऐलान किया है कि भारतीय प्रतिभूति विनियम बोर्ड यानि (SEBI) की प्रमुख माधवी बुच के इस्तीफे और अदानी से जुड़े मामले की जांच को लेकर पार्टी संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) गठित किए जाने की मांग को लेकर 22 अगस्त को देशव्यापी प्रदर्शन करने वाली है .इससे पहले शीर्ष नेतृत्व ने आज पार्टी के महासचिवों, प्रदेश प्रभारियों और प्रदेश इकाइयों के अध्यक्षों के साथ बैठक की.इस बैठक में अगामी कुछ महीनों में होने वाले विधानसभा चुनावों की तैयारियों और संगठन को लेकर चर्चा की गई.
हिंडनबर्ग रिपोर्ट आने के बाद केंद्र पर जांच के लिए दबाव बनाने को लेकर कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा हम इस मामले को लेकर22 अगस्त को पूरे देश में आंदोलन करने जा रहे हैं. यह देशव्यापी आंदोलन हमारी दो मांगों को लेकर होगा.हमारी पहली मांग है कि सेबी प्रमुख माधवी बुच तत्काल अपने पद से इस्तीफा दें.वहीं दूसरी मांग है कि अदानी मामले की जांच के लिए जेपीसी का गठन किया जाए.
बैठक के बाद कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने आज पार्टी महासचिवों, राज्य के प्रभारियों और प्रदेश अध्यक्षों समेत पार्टी के कई शीर्ष नेताओं की आज एक बैठक बुलाई थी.इस बैठक में पार्टी के 56 नेता शामिल हुए. उनमें से 38 नेताओं ने अहम सुझाव भी दिया है.इस बैठक में हिंडनबर्ग रिपोर्ट में सामने आए अदानी और सेबी से जुड़े घोटाले पर भी चर्चा की गई.
कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने कहा कि सेबी और अदानी के बीच सांठगांठ को सामने लाने के लिए गहन जांच की जरूरत है.शेयर मार्केट में छोटे निवेशकों के निवेश को अब खतरे में नहीं डाला जा सकता.केंद्र की मोदी सरकार को तत्काल प्रभाव से सेबी के अध्यक्ष का इस्तीफा मांगना चाहिए और इस मामले में जेपीसी का गठन कर दिया जाना चाहिए.खरगे ने आरोप लगाते हुए कहा कि संविधान पर हमला जारी है.उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना लोगों की मांग है.
ये भी पढ़े : हिंदुओं के सैलाब और भारत के दबाव के सामने बांग्लादेश ने टेके घुटने, बोला शेख हसीना…