नई दिल्ली. केंद्र सरकार ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस के लापता होने से जुड़ी जानकारी के संबंध में भारत ने जापान, ब्रिटेन, इटली, रूस, अमेरिका और आस्ट्रिया से सम्पर्क किया है. लोकसभा एक प्रश्न के लिखित उत्तर में विदेश राज्य मंत्री वी के सिंह ने कहा कि नेताजी से जुड़े दास्तावेज सौंपने के विषय को जापान, ब्रिटेन, इटली, रूस, अमेरिका और आस्ट्रिया की सरकारों के सामने उठाया गया है.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नेताजी के परिवार के लोगों से मुलाकात के बाद घोषणा की थी कि 23 जनवरी 2016 से सरकार उनसे जुड़ी गोपनीय फाइलों को सार्वजनिक करना शुरू करेगी. इससे पहले पश्चिम बंगाल सरकार ने सितंबर में नेताजी से जुडी 64 फाइलों को सार्वजनिक कर दिया था.
उधर राज्यसभा में गृह राज्य मंत्री हरिभाई परथीभाई चौधरी ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया, ”सरकार अपनी अभिरक्षा में रखी गई सभी फाइलों की उन्हें उजागर करने के उद्देश्य से जांच कर रही है.” चौधरी ने बताया कि रिकॉर्ड के अनुसार, गृह मंत्रालय के पास 12 फाइलें हैं. इन 12 फाइलों में से तीन फाइलें गोपनीय और 9 फाइलें उजागर हैं.
गृह राज्य मंत्री ने बताया कि उपलब्ध रिकॉडो के अनुसार, प्रधानमंत्री कार्यालय के पास 58 फाइलें हैं. इन 58 फाइलों में से 41 फाइलें गोपनीय और 17 फाइलें उजागर हैं.