पेरिस ओलिंपिक पदक विजेता शूटर सरबजोत ने ठुकरा दी इतनी बड़ी सरकारी नौकरी, जानिए क्या रही वजह? Paris Olympic medalist shooter Sarabjot turned down such a big government job, know the reason?
नई दिल्ली: पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत ने कुल 6 पदक जीते हैं. ये पदक शूटिंग, हॉकी, कुश्ती और एथलेटिक्स की खेल कॉम्पिटिशन में आए हैं. भारत के लिए पदक जीतने वाले खिलाड़ियों की खूब तारीफ हो रही है और उन्हें राज्य सरकार की ओर से सम्मानित भी किया जा रहा है. इस बीच एक पदक विजेता खिलाड़ी ने राज्य सरकार की ओर से ऑफर की गई नौकरी करने से इनकार कर दिया है.
22 वर्षीय इस युवा भारतीय निशानेबाज ने मनु भाकर के साथ मिक्स्ड 10 मीटर एयर पिस्टल कॉम्पिटिशन में देश के लिए कांस्य पदक जीता. सरबजोत सिंह और मनु भाकर की जोड़ी ने इस कॉम्पिटिशन में कोरिया के ओह ये जिन और वोनहो ली की जोड़ी को 16-10 के अंतर से हराकर यह पदक जीता और पूरे भारत को गौरवान्वित किया. नौकरी का प्रस्ताव ठुकराने वाला यह खिलाड़ी हरियाणा के अंबाला के धीन गांव का निवासी सरबजोत सिंह है. सरबजोत सिंह किसान जतिंदर सिंह और हरदीप कौर के बेटे हैं. सरबजोत ने चंडीगढ़ से अपनी पढ़ाई पूरी की है. इससे पहले सरबजोत सिंह 2019 में जूनियर विश्व कप में भारत के लिए स्वर्ण पदक जीत चुके हैं। वहीं, सरबजोत सिंह 2022 एशियाई खेलों में भारतीय शूटिंग टीम का हिस्सा थे और स्वर्ण पदक जीता था.
भारतीय निशानेबाज सरबजोत सिंह ने एक नहीं बल्कि दो सरकारी नौकरियां ठुकराईं. सरबजोत सिंह को हरियाणा और पंजाब सरकार ने खेल विभाग में (डिप्टी डायरेक्टर) पद की नौकरी देने की पेशकश की है. साथ ही उन्हें हरियाणा सरकार की ओर से 2.50 करोड़ रुपये का नकद इनाम भी दिया गया है. हरियाणा के खेल मंत्री संजय सिंह ने इस इनाम की घोषणा की है.
सरबजोत सिंह ने हरियाणा और पंजाब सरकार द्वारा दी गई नौकरी ठुकरा दी है. इसके पीछे की वजह बताते हुए सरबजोत सिंह ने कहा, ‘नौकरी अच्छी है, लेकिन मैं अभी ऐसा नहीं करूंगा. मैं पहले अपनी शूटिंग पर काम करना चाहता हूं. मेरा परिवार भी मुझे इतनी अच्छी नौकरी करने के लिए कह रहा है. मैं अपने कुछ फैसलों के खिलाफ नहीं जाना चाहता, इसलिए मैं अभी नौकरी नहीं कर सकता।’
Also read…