नई दिल्ली। भारतीय वेटलिफ्टर और गोल्ड की प्रबल दावेदार मीराबाई चानू पेरिस ओलिंपिक में मेडल जीतने से चूक गईं। चानू वेटलिफ्टिंग की 49 kg कैटेगरी में चौथे स्थान पर रहीं। इवेंट के बाद चानू ने अपने प्रदर्शन के लिए देश से माफ़ी मांगी और कहा कि मैंने पूरी कोशिश की लेकिन मेडल हाथ से चला […]
नई दिल्ली। भारतीय वेटलिफ्टर और गोल्ड की प्रबल दावेदार मीराबाई चानू पेरिस ओलिंपिक में मेडल जीतने से चूक गईं। चानू वेटलिफ्टिंग की 49 kg कैटेगरी में चौथे स्थान पर रहीं। इवेंट के बाद चानू ने अपने प्रदर्शन के लिए देश से माफ़ी मांगी और कहा कि मैंने पूरी कोशिश की लेकिन मेडल हाथ से चला गया। अगली बार मैं और ज्यादा मेहनत करूंगी।
टोक्यो की सिल्वर मेडलिस्ट मीराबाई चानू ने 199 kg वजन उठाया। चीन की हू जीहुई ने 206 kg उठाकर ओलिंपिक रिकॉर्ड बनाकर गोल्ड जीता। रोमानिया की मिहेला वेलेनटीना ने 205 kg के साथ सिल्वर और ईलैंड की खंबाओ सुलोचना ने 200 kg उठाकर ब्रॉन्ज जीता। चानू ने अपने गोल्ड न जीतने की सबसे बड़ी वजह पीरियड्स को बताया है।
चानू ने कहा कि मेरे पीरियड्स का तीसरा दिन है। वीकनेस की वजह से वो अच्छे से खेल नहीं पाईं। इसने उनके गेम को प्रभावित किया। मैंने फिर भी अपना बेस्ट दिया लेकिन मेरा दिन नहीं था। बता दें कि मंगलवार का दिन ओलंपिक में भारतीयों के लिए बेहद निराशाजनक रहा। भारत ने अपने सभी मुकबाले गंवा दिए।