नई दिल्ली: किसी भी इंसान के लिए मानसिक सुकून बनाए रखना बहुत जरूरी होता है, मन की शांति इंसान को तनाव और डिप्रेशन से बचाती है। मेडिटेशन जिसे हिन्दी में ध्यान लगाना कहते है, आपने अक्सर ऋषि-मुनियों को ऐसा करते देखा होगा। मेडिटेशन करने से स्ट्रेस, टेंशन और डिप्रेशन कम होता है। ध्यान लगाना एक […]
नई दिल्ली: किसी भी इंसान के लिए मानसिक सुकून बनाए रखना बहुत जरूरी होता है, मन की शांति इंसान को तनाव और डिप्रेशन से बचाती है।
मेडिटेशन जिसे हिन्दी में ध्यान लगाना कहते है, आपने अक्सर ऋषि-मुनियों को ऐसा करते देखा होगा। मेडिटेशन करने से स्ट्रेस, टेंशन और डिप्रेशन कम होता है। ध्यान लगाना एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके जरिये इंसान आंतरिक शांति पता है। यह आपके माइंड को रिलैक्स करने में मदद करता है। कहते है अगर आप किसी प्रेशर सिचुएशन में है तो उस वक्त कुछ देर की मेडिटेशन भी कमाल कर दिखाती है।
मेडिटेशन करना उतना आसान नहीं जितना समझा जाता है, इसके लिए आपको एक शांत जगह पर बैठना होता है, मेडिटेशन की मुद्रा में आपको अपनी टेंशन को कुछ समय के लिए भूल कर कर दिमाग को शांत रखना होता है। इसके बाद लम्बी, गहरी सांस भरनी होती है। आपको अपनी सांसों पर भी ध्यान रखना होता है।
ध्यान लगाते समय आसपास शोर शराबा नहीं होना चाहिए, इससे आपका मन इधर-उधर भटक सकता है और आपकी ध्यान मुद्रा भंग हो सकती है। ऐसे में ध्यान लगाना और कठिन हो जाता है।
-मेडिटेशन से इम्यून फंक्शन बेहतर होता है।
-मेडिटेशन से हार्मोनल डिस्चार्ज कम होता है और सूजन की समस्या कम होती है।
-मेडिटेशन करने से शरीर का ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है।
-ध्यान लगाने से लाइफस्टाइल में बदलाव आता है, इससे नींद बेहतर होती है और थकान कम होती है।
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