नई दिल्ली: निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी प्रेमानंद जी महाराज ने पिछले कुछ दिनों पहले बयान दिए थें, जिसको लेकर संगम नगरी प्रयागराज की महिला संतों ने नाराजगी और कड़ा एतराज जताया है. दरअसल स्वामी प्रेमानंद जी महाराज ने हिंदू महिलाओं को चार-चार बच्चे पैदा करने का सलाह दी थी. प्रयागराज में महिलाओं के परी […]
नई दिल्ली: निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी प्रेमानंद जी महाराज ने पिछले कुछ दिनों पहले बयान दिए थें, जिसको लेकर संगम नगरी प्रयागराज की महिला संतों ने नाराजगी और कड़ा एतराज जताया है. दरअसल स्वामी प्रेमानंद जी महाराज ने हिंदू महिलाओं को चार-चार बच्चे पैदा करने का सलाह दी थी.
प्रयागराज में महिलाओं के परी अखाड़े से जुड़ी साध्वियों का कहना है कि कोई महिलाएं बच्चा पैदा करने की मशीन नहीं है, जिसे चार बच्चे पैदा करने की नसीहत दी जाए. इस तरह का जो बयान दिया गया है, वो पुरुषवादी मानसिकता की सोच को जाहिर करता है.
बता दें कि परी अखाड़े की साध्वियों का कहना है कि एक तरफ सरकार परिवार नियोजन को बढ़ावा दे रही है. तो दूसरी तरफ ज्यादा बच्चे पैदा करने वालों को नौकरी और दूसरी सुविधाओं से दूर करने की बात की जा रही है.
महंगाई इतना है कि लोग दो बच्चों का भी ठीक से पालन पोषण करने में दिक्कत हो रही हैं. ज्यादा बच्चे पैदा करने से हिंदुओं की आबादी बढ़ाने से कुछ नहीं होगा, बल्कि सबसे ज्यादा जरूरी है कि बच्चों को संस्कारवान बनाया जाए.
महिलाओं के परी अखाड़े की प्रमुख साध्वी त्रिकाल भवंता का कहना है कि औरतें कोई बच्चे पैदा करने की मशीन नहीं है, जो आबादी बढ़ाने के चक्कर में पूरी जिम्मेदारी उन्हीं पर सौंप दी जाए. जब एक महिला बच्चे को जन्म देती है, तो उसको काफी दर्द सहना पड़ता है.
इतना ही नहीं साध्वी त्रिकाल ने महामंडलेश्वर प्रेमानंद जी महाराज को चुनौती भी दी. वहीं साथ ही साथ उन्होंने कहा कि महिलाओं को इस तरह की नसीहत देने से पहले वह खुद एक बच्चा पैदा कर दिखाएं.
प्रयागराज की साध्वियों का कहना है कि यह जो बयान दिया गया है, वो महिलाओं को अपमानित करने और उन्हें नीचा दिखाने वाला है. ऐसी बयानबाजी करने वाले लोगों को माफी मांगनी चाहिए. इस तरह की हरकत को हरगिज बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
साध्वियों के मुताबिक हर पुरुष और महिला अपनी सामाजिक और आर्थिक स्थिति को देखते हुए ही परिवार को आगे बढ़ाती है. किसे कितने बच्चे पैदा करना हैं, यह व्यक्ति खुद ही तय करता है.
यह जो बयान दिया गया है, वो महिलाओं का अपमानित करने वाला है. बता दें कि निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी प्रेमानंद जी महाराज ने कहा था कि देश में हिंदुओं की आबादी घटती जा रही है. वहीं दूसरे धर्म के लोगों की संख्या लगातार बढ़ती हुई दिख रही है. हालांकि आबादी बढ़ानी है, तो हिंदू महिलाओं को चार-चार बच्चे पैदा करने चाहिए.