नई दिल्ली. नीति आयोग की नौवीं गवर्निंग काउंसिल की बैठक में 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का खाका खींचा गया. इस पर अपने अपने तरीके से सबने अपनी राय रखी और पीएम मोदी ने बताया कि कैसे लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है. यह दशक तकनीकी और भू राजनैतिक बदलावों का है, […]
नई दिल्ली. नीति आयोग की नौवीं गवर्निंग काउंसिल की बैठक में 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का खाका खींचा गया. इस पर अपने अपने तरीके से सबने अपनी राय रखी और पीएम मोदी ने बताया कि कैसे लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है. यह दशक तकनीकी और भू राजनैतिक बदलावों का है, इसमें भारत को अहम भूमिका निभानी है.
खास बात यह रही कि बैठक की नीतिगत बातों से ज्यादा इंडिया गठबंधन के सीएम द्वारा बैठक का बॉयकाट सुर्खियों में रहा. पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी बोलने के लिए पर्याप्त समय न मिलने पर नाराज होकर चली गईं. बैठक में बिहार के सीएम नीतीश कुमार भी नहीं पहुंचे लिहाजा एनडीए के अंदर दरार जैसी बातों को हवा मिलने लगी है. बिहार का प्रतिनिधित्व उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा ने किया.
दिल्ली की राजनीति आज काफी गरम रही. नीति आयोग की बैठक में कांग्रेस शासित राज्यों के सीएम के अलावा एनडीए में शामिल नीतीश कुमार भी नहीं पहुंचे. हालांकि जेडीयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने सफाई दी कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है. नीतीश कुमार पहले भी नीति आयोग की बैठक में नहीं गये हैं.
उप मुख्यमंत्रियों ने प्रतिनिधित्व किया है और इस बार भी कर रहे हैं, इसलिए इसमें कुछ खास बात नहीं है. इसके अलावा बिहार के चार केंद्रीय मंत्री भी आयोग की शासी परिषद में हैं इसलिए इसे तूल नहीं दिया जाना चाहिए.
इस बैठक में विपक्ष की तरफ से ममता बनर्जी शामिल हुईं थी लेकिन 5 मिनट से अधिक बोलने का मौका न मिलने के कारण वह बैठक छोड़कर चली गईं और आरोप लगाया कि और मुख्यमंत्रियों को ज्यादा समय दिया गया और उनको कम. माइक बंद कर दिया गया. अब वह ऐसी बैठकों में शामिल नहीं होंगी.
इस तरह आज की बैठक में देश को विकसित राष्ट्र बनाने की बात पर कम चर्चा हुई विपक्षी दल के मुख्यमंत्रियों द्वारा बॉयकाट, ममता का रुठ जाना और नीतीश का न आना छाया रहा.
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