सावन में शिवजी की पूजा के लिए ऐसे बनाएं खास घी बाती, नकारात्मक ऊर्जा होंगी दूर

नई दिल्ली: सावन का पावन महीना आ गया है, और शिव भक्त अपने आराध्य देव की पूजा की तैयारियों में जुट गए हैं। इस वर्ष, एक विशेष प्रसाद चर्चा का विषय बन रहा है – घी बाती। यह न केवल स्वादिष्ट है, बल्कि इसके आध्यात्मिक लाभों की भी चर्चा हो रही है। ऐसे बनाए खास […]

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सावन में शिवजी की पूजा के लिए ऐसे बनाएं खास घी बाती, नकारात्मक ऊर्जा होंगी दूर

Shweta Rajput

  • July 26, 2024 9:06 am Asia/KolkataIST, Updated 4 months ago

नई दिल्ली: सावन का पावन महीना आ गया है, और शिव भक्त अपने आराध्य देव की पूजा की तैयारियों में जुट गए हैं। इस वर्ष, एक विशेष प्रसाद चर्चा का विषय बन रहा है – घी बाती। यह न केवल स्वादिष्ट है, बल्कि इसके आध्यात्मिक लाभों की भी चर्चा हो रही है।

ऐसे बनाए खास घी बाती

सावन के दौरान, शिवलिंग की स्थापना और पूजा करने से भक्तों को शिवजी की कृपा प्राप्त होती है। पूजा में विशेष रूप से घी की बाती और कपूर का उपयोग किया जाता है, जो नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने में सहायक माने जाते हैं। भगवान शिव की पूजा करने के लिए जो खास घी बाती आप घर बैठे बना सकते हैं उसकि लिए आपको सबसे पहले देसी घी को एक पैन में रखकर गर्म करना होगा। इसके बाद इसे थोड़ी देर के लिए हल्का सा ठंडा होने के लिए रख दें। ठंड़ा होने के बाद इसमें कपूर के टुकड़ों को पीसकर यानी बिलकुल बारीक पाउडर बनाकर डाल दें। अच्छी सुगंध के लिए आफ इसमें चंदन पाउडर भी मिला सकते हैं। अच्छे से मिक्स कर लें फिर इस मिश्रण को बाती का आकार दें। इसके अलावा शिवजी की पूजा के लिए आवश्यक सामग्री में शिवलिंग, बेलपत्र, फूल, दूध, गंगाजल, शहद, घी, और पंचामृत शामिल हैं। पूजा के दौरान इन सभी सामग्रियों का उपयोग करके शिवलिंग का अभिषेक किया जाता है।

घी बाती और कपूर का महत्व

यह बाती शिवजी के आरती के दौरान दीप जलाने के लिए उपयोग की जाती है। माना जाता है कि घी की बाती से शिवलिंग की आराधना करने से विशेष फल मिलता है और यह वातावरण को शुद्ध करती है। इसे पूजा के दौरान जलाया जाता है। कपूर का धुआं वातावरण को पवित्र करता है और नकारात्मक ऊर्जा को दूर भगाता है। साथ ही, इसकी खुशबू पूरे घर में फैलती है, जिससे एक शांतिपूर्ण और सकारात्मक माहौल बनता है।

सावन में विशेष नियम और सावधानियाँ

सावन में पूजा करते समय, घर के मंदिर की साफ-सफाई और भगवान की टूटी-फूटी मूर्तियों को हटाना आवश्यक है, क्योंकि यह नकारात्मक ऊर्जा को उत्पन्न कर सकता है। इसके अलावा, इस माह में प्याज और लहसुन का सेवन वर्जित माना गया है, क्योंकि इसे तामसिक भोजन माना जाता है। सावन के पवित्र महीने में शिवजी की पूजा विधिपूर्वक करने से मनोकामनाओं की पूर्ति होती है और जीवन में शांति और समृद्धि आती है। पूजा की सही विधि और सामग्री का पालन करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है, जिससे जीवन के सभी कष्ट दूर हो सकते हैं।

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