ममता बनर्जी के बांग्लादेशियों को शरण देने वाले बयान पर भड़के देवकीनंदन ठाकुर, कहा- अगर हिंदू…

Devkinandan Thakur On Mamata Banerjee:पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बीते दिन रविवार को बांग्लादेश में हो रही हिंसा पर कहा कि अगर पड़ोसी देश के लोग उनके दरवाजे पर दस्तक देंगे तो उन्हें शरण दी जाएगी. उनके इस बयान पर मशहूर कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने बोला कि उन्हें शरण देनी ही है तो […]

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ममता बनर्जी के बांग्लादेशियों को शरण देने वाले बयान पर भड़के देवकीनंदन ठाकुर, कहा- अगर हिंदू…

Shikha Pandey

  • July 22, 2024 7:43 pm Asia/KolkataIST, Updated 4 months ago

Devkinandan Thakur On Mamata Banerjee:पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बीते दिन रविवार को बांग्लादेश में हो रही हिंसा पर कहा कि अगर पड़ोसी देश के लोग उनके दरवाजे पर दस्तक देंगे तो उन्हें शरण दी जाएगी. उनके इस बयान पर मशहूर कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने बोला कि उन्हें शरण देनी ही है तो हिंदुओं को दें.अगर बांग्लादेशी लोगों को शरण दी जाएगी.तो इसका प्रभाव दूसरे धर्म के लोगों पर पड़ेगा.

आगे उन्होंने कहा कि भारत देश की आजादी के लिए हजारों वीर सपूतों ने अपनी जान गवाई .उसी देश को एक बार फिर से कुछ संवैधानिक पदों बैठे लोगों के दूारा गुलामी में धकेलने का प्रयास किया जा रहा है. हिंदू की घटती आबादी को लेकर पहले ही चेतावनी दी जा चुकी है.उसके बाद अब बंगलादेश से आने वाले लोगों को शरण दी जाएगी .इसका सीधा प्रभाव दूसरे धर्म की संख्या पर पड़ना तय है. यह देश सबसे पहले हिन्दुओं का है अगर शरण देनी है तो हिंदूओ को दो न की विधर्मियों को.

बीजेपी का ममता बनर्जी पर आरोप

, बीजेपी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री पर आरोप लगाते हुए कहा कि वो राज्य में घुसपैठ को जायज उचित बता रहीं है .बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि किसी को भी शरण देने का अधिकार सिर्फ केंद्र सरकार के पास है. इस पर राज्य सरकार फैसला नहीं ले सकती. ममता दीदी नागरिकता संसोधन कानून का विरोध कर रही हैं. यह वहीं कानून है जो पड़ोसी देशों में सताए गए लोगों को नागरिकता देता है. ऐसे मैं घुसपैठियों को शरण देकर उनकी मदद करना चाहती हैं.

क्या कहा ममता बनर्जी ने

बंगाल में शहीद दिवस के मौके पर टीएमसी चीफ ने कहा कि मैं बांग्लादेश को लेकर कुछ नहीं बोलूंगी क्योंकि वो एक दूसरा देश है. इसपर केंद्र सरकार ध्यान देगी. अगर मजबूर बांग्लादेश के लोग बंगाल का दरवाजा खटखटाएंगे तो हम उन्हें शरण देंगे. इसको लेकर यूएन का एक प्रस्ताव भी है. पड़ोसी शरणार्थियों का सम्मान करेंगे.”

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