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यूपी में विवाद के चलते दुकानदारों ने चलाई अपनी मर्जी, दुकान पर लगाया नेम प्लेट

यूपी: कावड़िया मार्ग पर दुकानों में नेमप्लेट लगाने के विवाद से इस वक्त यूपी में सियासत गर्म है।इस बीच बिहार के बोधगया में कुछ दुकानदारों ने अपनी मर्जी चलाना शुरू कर दिया है। यहां दुकान पर नेम प्लेट लगाने वाले दुकानदारों ने कहा कि इस बात से उनके कारोबार पर कोई नुकसान नहीं होगा। उनकी […]

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  • July 21, 2024 11:22 am Asia/KolkataIST, Updated 5 months ago

यूपी: कावड़िया मार्ग पर दुकानों में नेमप्लेट लगाने के विवाद से इस वक्त यूपी में सियासत गर्म है।इस बीच बिहार के बोधगया में कुछ दुकानदारों ने अपनी मर्जी चलाना शुरू कर दिया है। यहां दुकान पर नेम प्लेट लगाने वाले दुकानदारों ने कहा कि इस बात से उनके कारोबार पर कोई नुकसान नहीं होगा। उनकी दुकान पर हर धर्म के लोग उनसे खरीदारी करने के लिए आते हैं।

दुकानदारों ने लगाया नेम प्लेट

सावन के महीने में बड़ी संख्या में बोधगया के महाबोधि मंदिर में कांवड़िया पहुंचते हैं। इतना ही नहीं भगवान शिव के सभी भक्त गर्भगृह में स्थापित शिवलिंग पर पूरी श्रद्धा के साथ जल और बेलपत्र चढ़ाते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए बोधगया के स्थानीय दुकानदारों ने आपसी बातचीत के बाद अपनी-अपनी दुकान के सामने नेम प्लेट लगा लिया है। यहां के सभी हिंदू और मुस्लिम दुकानदारों ने अपनी मर्जी से अपनी फलों की दुकानों के आगे नेमप्लेट लगा रखा है। कुछ दुकानदारों ने बीते 20 सालों से अपनी दुकान के सामने नेम प्लेट लगाया हुआ है। इस बात को लेकर दुकानदारों का कहना है कि इससे उनके कारोबार पर कोई फर्क नहीं पड़ता है।

क्या कहा दुकानदारों ने

इस मामले में बच्चू मालाकार जो बोधगया के फलों के कारोबारी हैं उनका कहना है कि उनकी दुकान पर देश विदेश से कई ग्राहक खरीदारी करने आते हैं। यहां पर किसी भी ग्राहक के साथ भेदभाव नहीं किया जाता है। इसके अलावा एक अन्य दुकानदार ने इस बारे में जानकारी दी की यह फलों की मंडी है और यहां सभी दुकानों पर नेमप्लेट तो जरूर लगना चाहिए। इससे अगर कल को कुछ बात हो तो उसकी पहचान हो सके और इस बात का पता चल सके कि किस दुकान से सामान लिया गया है। दुकानदारों का कहना है कि दुकान के आगे नेमप्लेट लगाने से कोई गड़बड़ नहीं होगी। दुकानदारों का कहना है कि यहां पर कांवड़ियों का आना जाना भी लगा रहता है। यह स्थान हिन्दू और बौद्ध धर्म दोनों की आस्था का केंद्र माना जाता है। उन्होंने आगे कहा कि बोधगया में दुकान के आगे अपना नाम लगाने से किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं किया जाएगा।

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