नई दिल्ली: हाथों में कंपन किसी भी स्वस्थ व्यक्ति को अस्वस्थ बना देती हैं , व्यक्ति को अपने रोज़मर्रा के काम करने में तकलीफ होने लगती है.
नई दिल्ली: हाथों में कंपन किसी भी स्वस्थ व्यक्ति को अस्वस्थ बना देती हैं , व्यक्ति को अपने रोज़मर्रा के काम करने में तकलीफ होने लगती है. कोई भारी सामान उठाने, लिखते समय या अन्य काम करते समय हाथ कांपने की दिक्कत होती है. इस पर चाहकर भी नियंत्रण ना कर पाना ट्रेमर्स के लक्षण होते हैं. अगर सही समय पर ध्यान न दिया जाए तो यह दिक्कत बीमारी में बदल सकती हैं | अगर आपके भी हाथ कांपते हैं तो सतर्क हो जाएं ताकि आप बड़ी बीमारी से बच सकें।
किसी भी व्यक्ति के साथ ये दिक्कत उसके दिमांग कि गतिविधियो से जुडी होती हैं , जब शरीर के कुछ खास कोशिकाएं किसी बीमारी या चोट की वजह से दब जाती हैं , तब व्यक्ति को ऐसी समस्या आती है | अगर समय रहते इस पर ध्यान न दिया जाए तो पार्किंसन डिजीज में तब्दील हो सकती है ,ये बीमारी दिमागी स्थिति होती है जिसमें दिमाग का कुछ हिस्सा बिगड़ने लगता है.
ये बहुत ही आम प्रकार का ट्रेमर है, जो उम्र के साथ होता है और इसका खतरा उम्र के साथ बढ़ता जाता है, लेकिन आज कल ये किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो जाता है. इसमें हाथ, आवाज़ या सर कांपने लगता है। ये बीमारी आनुवांशिक होती है. अगर ये परिवार में पहले से है तो ये ज़ाहिर सी बात है कि बीमारी घर के किसी भी सदस्य में पाई जा सकती है।
ये दिमागी स्थिति है जिसमे दिमाग का कुछ हिस्सा धीरे धीरे बिगड़ने लगता है , इस बीमारी में शरीर अपना मूवमेंट खोने लगता है क्योंकि दिमाग अपना काम करना और शरीर को सिग्नल देना कम कर देता है। इसमें हाथ, पैर या शरीर का कोई भी हिस्सा कांपने लगता है। इस बीमारी का एक और कारण थायरॉइड की समस्या भी हो सकती है थायरॉइड ग्लैंड में अधिक मात्रा में हार्मोन बनने लगता है जिससे हाथ कांपने लगते है,
अधिक मात्रा में ड्रग्स और अल्कोहल को लेने से स्थिति और ख़राब हो सकती है ,उसके ऊपर से चिंता और तनाव हमारे शरीर में कंपन ला सकते हैं, इससे हमारे शरीर की नसें और मांसपेशियां प्रभावित होने लगती है. यदि आप में ये लक्षण नज़र आते हैं तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
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