असहिष्णुता पहले भी थी तो क्या आगे भी रहेगी?

असहनशीलता पर बहस साहित्यिक संस्थानों से शुरू हुई, फिर सड़कों पर बवाल मचाने के बाद संसद तक जा पहुंची है. लोकसभा में आज असहनशीलता पर चर्चा शुरू हुई, तो वाद-विवाद और हंगामा भी हुआ. इस दौरान संसदीय कार्यमंत्री वेंकैया नायडू का जवाब था कि असहनशीलता कोई नया मामला नहीं है. जिसे आज असहनशीलता कहा जा रहा है, वैसा माहौल तो देश में पहले भी था.

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असहिष्णुता पहले भी थी तो क्या आगे भी रहेगी?

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  • November 30, 2015 1:37 pm Asia/KolkataIST, Updated 9 years ago
नई दिल्ली. असहनशीलता पर बहस साहित्यिक संस्थानों से शुरू हुई, फिर सड़कों पर बवाल मचाने के बाद संसद तक जा पहुंची है. लोकसभा में आज असहनशीलता पर चर्चा शुरू हुई, तो वाद-विवाद और हंगामा भी हुआ. इस दौरान संसदीय कार्यमंत्री वेंकैया नायडू का जवाब था कि असहनशीलता कोई नया मामला नहीं है. जिसे आज असहनशीलता कहा जा रहा है, वैसा माहौल तो देश में पहले भी था.
 
अब ये सवाल बीच बहस में है कि असहनशीलता अगर पहले थी, तो क्या आगे भी चलती रहेगी..? आखिर असहनशीलता खत्म करने का उपाय क्या है. देखें वीडियो 

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