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Hathras Satsang: भगदड़, धक्का-मुक्की और अपनों को ढूंढते लोग, हाथरस हादसे की 10 बड़ी बातें

Hathras Stampede: हाथरस हादसे के बाद बाबा भोले भूमिगत हो गए हैं. पुलिस उनकी तलाश कर रही है। मंगलवार देर शाम पुलिस उनके मैनपुरी स्थित आश्रम पर पहुंची लेकिन बाबा नहीं मिले। उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के सिकंदराराऊ इलाके में आयोजित बाबा भोले के सत्संग में मंगलवार को जानलेवा भगदड़ मच गई. इस भगदड़ […]

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Hathras Satsang: भगदड़, धक्का-मुक्की और अपनों को ढूंढते लोग, हाथरस हादसे की 10 बड़ी बातें
  • July 3, 2024 9:02 am Asia/KolkataIST, Updated 6 months ago

Hathras Stampede: हाथरस हादसे के बाद बाबा भोले भूमिगत हो गए हैं. पुलिस उनकी तलाश कर रही है। मंगलवार देर शाम पुलिस उनके मैनपुरी स्थित आश्रम पर पहुंची लेकिन बाबा नहीं मिले।

उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के सिकंदराराऊ इलाके में आयोजित बाबा भोले के सत्संग में मंगलवार को जानलेवा भगदड़ मच गई. इस भगदड़ में अबतक 116 लोगों की मौत हो चुकी है और कई लोग घायल बताए जा रहे हैं. इनमें से कई लोगों की हालत काफी गंभीर हो हुई है. हादसे के बाद घटना स्थल पर चीख-पुकार मच गई. इसके बाद जो मंजर हुआ उसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी. ऐसी भगदड़ मची कि जो गिरा, वह उठ न सका। लोग उन्हें रौंदते हुए इधर-उधर भागने लगे। आइए दस प्वाइंट में जानते हैं कैसे और क्या हुआ?

1. मंगलवार को हाथरस जिले के सिकंदराराऊ में बाबा भोले का सत्संग चल रहा था, जिसमें आसपास के जिलों अलीगढ़, आगरा, फिरोजाबाद, हाथरस, एटा से बड़ी संख्या में लोग आए थे. इनमें अधिकतर महिलाएं और बच्चे शामिल थे। बाबा के सत्संग के लिए मैदान में एक बड़ा पंडाल लगाया गया था, जिसमें करीब एक लाख लोग मौजूद थे.

2. सत्संग के बाद जब बाबा पंडाल से जाने लगे तो भक्तों में उनके पैर छूने की होड़ मच गई और वे उनके पीछे भागने लगे. इस अफरा-तफरी में भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गयी. कई महिलाएं और बच्चे जमीन पर गिर पड़े, जिसके बाद लोग उनके ऊपर से भागने लगे. इसके बाद चीख पुकार मच गई।

3. बताया जा रहा है कि पंडाल तक जाने का रास्ता काफी संकरा था और पास में ही नाला था, जिसके कारण वहां कीचड़ था. लोग बाबा भोले के पीछे दौड़े तो एक के बाद एक कई लोग फिसलकर गिरे। इनमें अधिकतर बच्चे और महिलाएं शामिल थीं।

4. हादसे के बाद लोग आनन-फानन में अपनों को लेकर अस्पताल की ओर भागे। जब एंबुलेंस नहीं मिली तो जिसके पास जो गाड़ी थी, वह उसमें बेहोश महिलाओं और बच्चों को लेकर भाग गया. कोई उन्हें ऑटो में लेकर भागने लगा तो कोई टेम्पो में। उनमें से कई की वहीं मौत हो गई थी.

5. अस्पताल में लोगों के लिए स्ट्रेचर की भी कमी हो गई. चारों ओर लोगों के रोने-पीटने की आवाजें आ रही थीं। लोगों की संख्या इतनी अधिक थी कि डॉक्टरों को भी उनकी जांच करने में दिक्कत हो रही थी. जिसके बाद आसपास के सभी अस्पतालों में घायल पहुंचने लगे।

6. यहां सरकारी अस्पताल के अंदर बेहद हृदय विदारक और मार्मिक दृश्य देखने को मिला. अस्पताल के अंदर शवों को बर्फ की सिल्लियों पर रखा गया था। मृतकों की संख्या इतनी बढ़ गई कि कफन भी कम पड़ गए. इधर, मृतकों के शोकाकुल परिजन बारिश में भी शवों को घर ले जाने का इंतजार करते दिखे.

7. कासगंज जिले के रहने वाले राजेश ने बताया कि वह अपनी मां को ढूंढ रहा था जबकि शिवम अपनी चाची को ढूंढता हुआ मिला. दोनों के हाथों में मोबाइल फोन थे, जिन पर उनके रिश्तेदारों की तस्वीरें थीं. राजेश कि मां गांव के 2 दर्जन लोगों के साथ यहां सत्संग में आयी थी.

8. इस हादसे पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने दुख जताया है और घायलों को तुरंत उचित इलाज मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं. प्रधानमंत्री ने इस हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को 2 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये की सहायता राशि देने का ऐलान किया है.

9. DGP प्रशांत कुमार ने कहा कि इस मामले में प्रशासनिक लापरवाही की जांच की जा रही है. फिलहाल आरोपी के खिलाफ FIR दर्ज कराई गयी है. बाबा भोले की गिरफ्तारी पर भी उन्होंने कहा कि जांच चल रही है. जो भी इस हादसे का दोषी होगा उसपर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

10. इस हादसे के बाद भोले बाबा अंडरग्राउंड हो गए. उसकी तलाश की जा रही है। देर शाम पुलिस बाबा की तलाश में मैनपुरी जिले के राम कुटीर चैरिटेबल ट्रस्ट पहुंची। हालांकि वह वहां नहीं मिला. मैनपुरी के DSP सुनील कुमार सिंह बोले , “हमें परिसर के अंदर भोले बाबा नहीं मिले। वह यहां नहीं हैं।”

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