रामपूर. विवादों में रहने वाले यूपी कैबिनेट मंत्री आजम खान ने आरएसएस पर एक और विवादित बयान दिया है. आजम ने समलैंगिकता पर कहा कि आरएसएस वाले तो गे हैं, इसलिए शादी नहीं करते. ये लोग समलैंगिकता में ही लिप्त रहते हैं.
आजम ने कहा कि पार्लियामेंट को समलैंगिकता पर सख्त राय बनानी चाहिए. जरूरी थोड़े है कि सारे लोग आरएसएस की विचारधारा के हों. आरएसएस वाले होते ही ऐसे हैं, इन लोगों पर तो शुरू से ही ऐसे इल्जाम लगे हैं.
क्या है मामला ?
दिल्ली हाईकोर्ट ने 2009 में ऐतिहासिक फैसला देते हुए समलैंगिक संबंधों को सही ठहराया था, लेकिन 2013 में सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट के इस फैसले को खारिज कर दिया था. गे राइट्स एक्टिविस्ट चाहते थे कि सुप्रीम कोर्ट अपने फैसले की दोबारा समीक्षा करे, लेकिन कोर्ट ने उनकी पुनर्विचार याचिका भी खारिज कर दी थी.