नई दिल्ली: थाईलैंड में एक गर्भवती महिला ने कर्जदारों के साथ मिलकर खुद की अपहरण की साजिश रची ताकि वह पति की पैसों से अपना कर्ज चुका सके. गर्भवती महिला अपने प्लान में कुछ हद तक कामयाब भी रही, लेकिन कहते हैं न कि सच के सामने झूठ की ताकत ज्यादा दिनों तक नहीं चलती. […]
नई दिल्ली: थाईलैंड में एक गर्भवती महिला ने कर्जदारों के साथ मिलकर खुद की अपहरण की साजिश रची ताकि वह पति की पैसों से अपना कर्ज चुका सके. गर्भवती महिला अपने प्लान में कुछ हद तक कामयाब भी रही, लेकिन कहते हैं न कि सच के सामने झूठ की ताकत ज्यादा दिनों तक नहीं चलती. महिला के प्लान उजाहर हो गया. हैरान कर देनी वाली यह घटना सामुत प्राकन प्रांत में हुई है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक यह घटना तब शुरू हुआ जब महिला ने 30 मई को फिरौती की मांग में पति के खाते से 1.81 लाख रुपये निकाल लिए. फोटोकॉपी कराने की बात कहकर महिला घर से निकली थी. महिला के घर से निकलने के कुछ देर बाद ही पति को एक धमकी भरा मैसेज आया, जिसमें लिखा था कि अगर वह अपनी पत्नी को जिंदा देखना चाहता है तो पुलिस को फोन न करे. इसके बाद वीडियो मैसेज आया जिसमें प्रेग्नेंट पत्नी सुनसान जंगल में बंधी हुई दिखी.
वीडियो देखकर महिला के पति घबरा गए. इसके बाद उन्होंने दोस्तों के साथ मिलकर प्रेग्नेंट पत्नी को ढूंढना शुरू किया, लेकिन जब उसका कहीं पता नहीं चला तो उसके घरवालों ने पुलिस को मैसेज और वीडियो दिखाया. 31 मई की सुबह पुलिस ने एक जर्जर बिल्डिंग के पीछे जंगल में महिला को कांपते हुए देखा. महिला के आसपास कुछ डॉक्युमेंट्स बिखरे पड़े थे जिसे वह फोटोकॉपी कराने के बहाने घर निकली थी.
इसके बाद महिला को अस्पताल ले जाया गया जहां उसने पूरी कहानी बताई. महिला ने दावा किया कि फोटोकॉपी कराने के बाद दो नकाबपोशों ने उसे चाकू की नोक पर उसका अपहरण कर लिया और काले कपड़े से सिर को ढंक दिया. इसके बाद पति के खाते से पैसे ट्रांसफर करने के लिए महिला को मजबूर किया. साथ ही एटीएम कार्ड भी छीन लिए.
हालांकि पुलिस ने अपनी जांच में पाया कि महिला के बयान में काफी विरोधाभास था क्योंकि महिला के फोन से कर्ज से संबंधित उन्हें कई रसीदें मिलीं. जिसके बाद महिला ने जुए खेलने की बात स्वीकर की लेकिन उन्होंने जोर देकर कहा कि इसका अपरहण से कोई संबंध नहीं है.
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