Advertisement

बिल्डर्स कर रहे हैं ग्राहकों के साथ खिलवाड़

ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी ने यूनिटेक के 100 एकड़ के प्लॉट को रद्द किया. ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी का बकाया नहीं जमा करने की वजह से एमयू 1 सेक्टर में प्रोजेक्ट को रद्द किया गया. इस ज़मीन पर यूनिटेक ने 352 प्लॉट्स बेचकर 100 करोड़ रुपए जमा किए.

Advertisement
  • November 29, 2015 11:34 am Asia/KolkataIST, Updated 9 years ago
नई दिल्ली. ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी ने यूनिटेक के 100 एकड़ के प्लॉट को रद्द किया. ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी का बकाया नहीं जमा करने की वजह से एमयू 1 सेक्टर में प्रोजेक्ट को रद्द किया गया. इस ज़मीन पर यूनिटेक ने 352 प्लॉट्स बेचकर 100 करोड़ रुपए जमा किए.
 
गाज़ियाबाद के इंदिरापुरम में शिप्रा विंडसर नोवा प्रोजेक्ट में ग्राहक परेशान है. यहां ग्राहकों को साल 2004 से मूलभूत सुविधाएं नहीं मिली है. बिल्डर ने प्रोजेक्ट में स्कूल, नर्सिंग होम, कम्युनिटी सेंटर बनाने का वादा किया था लेकिन सभी सुविधाएं आजतक मौजूद नहीं है. यहां 2004 से आजतक शिप्रा विंडसर नोवा प्रोजेक्ट पूरा नहीं हुआ है. ग्राहक इतने परेशान हैं कि उन्होंने गाज़ियाबाद अथॉरिटी से मदद मांगी और अथॉरिटी ने बिल्डर्स को नोटिस दे दिया है. बिल्डरों ने यूपी अपार्टमेंट एक्ट का उल्लघंन किया है.
 
वहीं मायानगरी मुंबई में देश का सबसे महंगा प्रॉपर्टी सौदा हुआ है. यहां 160 करोड़ रूपये में एक पेंटहाउस लोधा बिल्डर ने बेचा जो कि 10, 000 वर्ग फीट एरिया में बना है. यह मंदी के बावजूद मुंबई में हुई प्रॉपर्टी की सबसे महंगी डील है. 

Tags

Advertisement