नई दिल्ली: शिलाजीत का इस्तेमाल कुछ लोग इसका दवा के रूप में करते है. तो वहीं कुछ लोग इसे ताकत का दवा बताते है और कोई इसे यौन शक्ति बढ़ाने का चीज कहता हैं. बता दें कि शिलाजीत का काम और दाम दोनों सुर्खियों में बना हुआ रहता हैं. कभी आपके मन में क्या ख्याल आया […]
नई दिल्ली: शिलाजीत का इस्तेमाल कुछ लोग इसका दवा के रूप में करते है. तो वहीं कुछ लोग इसे ताकत का दवा बताते है और कोई इसे यौन शक्ति बढ़ाने का चीज कहता हैं. बता दें कि शिलाजीत का काम और दाम दोनों सुर्खियों में बना हुआ रहता हैं.
कभी आपके मन में क्या ख्याल आया है कि, प्राकृतिक पदार्थ के रूप में मिलने वाले शिलाजीत के अंदर आखिर ऐसा क्या होता है, जिसे खाने के बाद शरीर में बेपनाह ताकत आ जाती है. तो आइए विस्तार से बताते है…..
हिमाचल के साथ-साथ तमाम ऊंचे पर्वतीय इलाकों की चट्टानों से पाया जाता है, जिसका इस्तेमाल सदियों से आयुर्वेदिक चिकित्सा के रूप में की जाती है. मुलरुप से इस स्रोत मध्य एशिया के पहाड़ों में है. वहीं शिलाजीत सबसे ज्यादा, पाकिस्तान में गिलगिट-बाल्टिस्तान के पहाड़ों से सबसे ज्यादा पाया निकाला जाता है.
हालांकि जब आप उसको छुएंगे तो, ये चिपचिपा जैसा लगता है. इसकी जो कलर होता है, वो ज्यादातर ब्राउन कलर का पाया जाता है. आयुर्वेद की दुनिया में इसे बेहद खास औषधि माना जाता है.
वहीं सर्दियों के दौरान सांस से जुड़ी, जो समस्याएं होती है, वो बढ़ जाती है. ऐसे में शिलाजीत एक कफ निवारक के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है, जिसे खाते ही सांस से जुड़ी सम्साए से राहत मिलती हैं. इसमें खनिज, विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं. यह फिजिकल और मेंटल स्ट्रेस को भी कम करने में मदद करता है.
साथ ही साथ ये बॉडी में एनर्जी को भी बढ़ाता है और इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है. रिपोर्ट के मुताबिक इसमें, फुलविक एसिड होता है, जो हमारे शरीर को मिनरल बेहतर ढंग से अब्सॉर्ब करने में मदद करता है. बता दें कि यह जो एसिड है, वो एनर्जी प्रोडक्शन को बढ़ाने के साथ-साथ थकान भी कम करता है.
शिलाजीत में ह्यूमिक एसिड की भी मात्रा पाई जाती है. यह एंटीऑक्सीडेंट भी काफी पाया जाता है. वहीं एंटीऑक्सीडेंट का पाना एक तरह से बेहतर है, क्योंकि ये हमारे मांसपेशियों को मजबूत करता हैं.
हालांकि मांसपेशियों में दर्द और थकान जो होती है, जिससे सूजन बन जाती है, तो ये उसे कम करता है. शिलाजीत में कई तरह के मिनरल्स भी पाए जाते हैं, जिन्हें लोहा, तांबा, मैग्नीशियम, कैल्शियम आदि शामिल हैं.
वहीं सबसे अहम बात तो यह है कि, शिलाजीत को अगर आप दूध, सिरका या सूप में मिलाकर पीना फायदेमंद होता है, लेकिन इसे हरगिज़ जूस के साथ नहीं पीना चाहिए. अगर आप शिलाजीत खाते हैं, तो आप हल्का भोजन करें.
साथ ही साथ फास्ट फूड न खाएं. हालांकि असली शिलाजीत की कीमत बहुत होती है, तो इसलिए मार्केट में कम दामों में नकली शिलाजीत बेचा जाता हैं.