लखनऊ: सनातन धर्म में गाय को मां का दर्जा दिया गया है और उसे पूजा जाता है. भारत में गाय की 37 तरह के नस्ल पाई जाती है, लेकिन उसमे से एक गाय ऐसी है जो अपने अनोखे कारण से महत्व रखता है. आपने शायद ही ऐसा सुना हो कि गाय के शरीर में स्वर्ण […]
लखनऊ: सनातन धर्म में गाय को मां का दर्जा दिया गया है और उसे पूजा जाता है. भारत में गाय की 37 तरह के नस्ल पाई जाती है, लेकिन उसमे से एक गाय ऐसी है जो अपने अनोखे कारण से महत्व रखता है. आपने शायद ही ऐसा सुना हो कि गाय के शरीर में स्वर्ण धातु बनती है जो बाजार में बिकने वाले सोने की तरह है. गिरी नस्ल की गाय को अमृत गाय के नाम से जाना जाता है. ये गाय अब भारत में लुप्त होती जा रही है.
गुजरात में पाई जाने वाली गिरी नस्ल की गाय के बारे में कम ही लोगों को पता है. ये गाय अपने अनोखे कारण से जानी जाती है. दरअसल ये गाय अब भारत में 30% ही बची है. ये गाय अपने शरीर में स्वर्ण धातु पैदा करती है. इस गाय के लुप्त होने से एक बड़ा नुकसान भी है. इस गाय के गौ मूत्र में प्रति एक लीटर में 3 मिलीग्राम स्वर्ण धातु की मात्रा पाई जाती है.
ये गाय सूर्य की किरणों से कैरोटिन नामक एक खास प्रोटीन बनाती है जो इसके दूध को बेहद ही शक्तिशाली बनाती है. इस गाय के दूध में पैदा होने वाले कैरोटिन से 24 से अधिक बीमारियों पर कंट्रोल किया जा सकता है. इस गाय के गौ मूत्र में मिलने वाले स्वर्ण धातु से दवाइयां बनाई जाती है जो दमा हड्डियों की मजबूती, गठिया, कैंसर जैस तमाम जटिल बीमारियों को दूर करने में सहायता करती है. इसके गोबर से फसलों के पैदावार में सहायक होती है. साथ ही इसके गोबर से गमले और लकड़ी भी तैयार किए जाते है.