बकरीद पर कुर्बानी के बकरों के दांत क्यों गिने जाते हैं?

भारत में इस साल 17 जून को ईद-उल-अजहा यानी बकरीद मनाई जा रही है

बकरीद को इस्लाम के सबसे पवित्र त्योहारों में से एक माना जाता है

बकरीद के मौके पर बकरों की कुर्बानी दी जाती है

तो आइए हम आपको बताते हैं कि बकरीद पर बकरे के दांत क्यों गिने जाते हैं

बकरीद पर बकरे के दांत इसलिए गिने जाते हैं क्योंकि सिर्फ एक साल के बकरे की ही कुर्बानी दी जाती है

अगर किसी बकरे के दांत नहीं हैं या दो, चार या छह से ज्यादा दांत हैं तो उसकी कुर्बानी नहीं दी जाती

बकरीद हजरत इब्राहिम द्वारा अपने बेटे इस्माइल को अल्लाह को कुर्बान करने की याद में मनाया जाता है