भोपाल. एक और देश में जहां दादरी हत्याकांड के बाद बिगड़ते माहौल, असहिष्णुता और लेखकों की हत्या को लेकर बहस जारी है वहीं पाकिस्तान समझकर हिंदुस्तान पहुंचे रमजान ने कहा है कि अगर वह पाकिस्तान पहुंच जाता है तो वह भारत के बारे में पाकिस्तानी लोगों से कहेगा कि यहां हिंदू और मुस्लिम एक साथ खुशी-खुशी रहते हैं.
रमजान ने यह भी उम्मीद की है कि वह जल्द ही पाकिस्तान लौट जाएगा. इससे पहले विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के एक आश्रम में रह रहे पाकिस्तान युवक रमजान से मुलाकात की.
इस मौके पर उन्होंने कहा कि भारत चाहता है कि रमजान का अपनी मां से मिलन हो जाए. सुषमा ने कहा कि जैसे ही पाकिस्तान तैयार होता है रमजान को उसके घर भेज दिया जाएगा.
क्या है रमजान की कहानी?
रमजान की उम्र इस समय लगभग 14 साल है, और उसकी कहानी गीता से अलग है. सूत्रों के अनुसार, रमजान कराची का निवासी है. उसकी मां और पिता के बीच अनबन के बाद तलाक हो गया और पिता बांग्लादेश चला गया. साथ ही अपने साथ रमजान को भी ले गया.
बांग्लादेश में उसने दूसरी शादी कर ली. सूत्रों के अनुसार, रमजान को जब सौतेली मां परेशान करने लगी तो वह वहां से भाग लिया और विभिन्न मागरें से होते हुए भोपाल पहुंचा. भारत में वह गैर सरकारी संगठन, चाइल्ड लाइन के आश्रम में है.