तेजस्वी-तेज को लालू का फरमान, दोस्तों और पैरवी से दूर रहें

बिहार में डिप्टी सीएम पद और कई बड़े मंत्रालय संभाल रहे तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव को पिता व आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव ने दोस्तों से दूर रहने की नसीहत दी है. लालू ने दोनों को पुलिस-थानों में पैरवी के फोन करने से भी दूर रहने कहा है.

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तेजस्वी-तेज को लालू का फरमान, दोस्तों और पैरवी से दूर रहें

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  • November 28, 2015 1:48 pm Asia/KolkataIST, Updated 9 years ago
पटना. बिहार में डिप्टी सीएम पद और कई बड़े मंत्रालय संभाल रहे तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव को पिता व आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव ने दोस्तों से दूर रहने की नसीहत दी है. लालू ने दोनों को पुलिस-थानों में पैरवी के फोन करने से भी दूर रहने कहा है.
 
दोनों की उम्र कम है पर विरासत मजबूत है. जिम्मे्वारी बड़ी है सो लड़कपन खत्मं कर देना चाहते हैं लालू प्रसाद. बड़े जनादेश के बाद बहुत अधिक ‘इमेज कांशस’ दिख रहे हैं राजद सुप्रीमो. दोनों बेटों के मंत्रालय में लालू ने आजमाए हाकिमों को तैनात कराया.
 
नया बंगला नहीं लेंगे तेजस्वी-तेज, लालू यादव के साथ ही रहेंगे दोनों
 
अब तेजस्वीन और तेजप्रताप के पुराने दोस्तों  की ‘पतंग’ की संभावित उड़ान को ‘मुलाकात संख्ती’ कर रोक दिया गया है. मुलाकात के नियम स्ववयं लालू यादव ने तय किए हैं जिन्हेंर मानना दोनों ने कबूल कर लिया है.
 
लालू के ‘इंट्री बैन’ लगाने के बाद 8 नवंबर के पहले दोनों के साथ घंटों गुजारने वाले कई मित्र मुश्किल में हैं. खुद को बदलना अब दोनों की मजबूरी है. मुसीबतों से जूझते रहे लालू को पता है कि मामूली भूल भी विरासत की राह पर भारी पड़ेगी. 
 
तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव पर पूरी तरह कंट्रोल रखने के मकसद से ही लालू यादव ने तय किया है कि दोनों बेटे अभी उनके साथ ही रहेंगे. दोनों कोई नया बंगला नहीं लेंगे. दोनों बेटों को साथ रखने और उनके लिए अलग-अलग बंगला नहीं लेने का संदेश दूर तक गया है.
 
लालू की नसीहत: फालतू के फोन न करें, बगैर जाने-समझे दस्तखत न करें
 
दोनों के दोस्ते पहले मान रहे थे कि नया बंगला मिलते ही पतंग उड़ने लगेगी लेकिन अब तो पतंग ही कट गई है. भीतर की जानकारी रखने वाले बता रहे हैं कि तेजस्वीो और तेजप्रताप को साफ कह दिया गया है कि वे ‘मित्र प्रेम’ में न फंसें. जमाने में विरोधी भरे पड़े हैं. स्टिंग का खतरा अलग है. भावावेश में न फालतू फोन करें और न ही बगैर जाने-समझे किसी कागज पर दस्तकखत करें. थाना और पुलिस की पैरवी से दूर तक बचना है. काम जरुरी हो तब भी पहले पुराने जानकारों से समझ लें. 
 
लालू ने दोनों बेटों को आईएएस अधिकारी सुधीर कुमार और आरके महाजन पर भरोसा करने को कहा है. दोनों के लिए किसी भी मसले या संकट का समाधान निकालना इन दोनों अधिकारियों की जिम्मेकवारी होगी. लालू के रेल मंत्री रहते भी ये दोनों आईएएस ही उनकी समस्या ओं का समाधान करते थे. तब भी लालू ने रेल मंत्रालय में अपने रिश्ते दारों की इंट्री बैन कर दी थी.
 
खुफिया कैमरे कैसे काम करते हैं, दोनों को ये समझा रहे हैं एक्सपर्ट
 
तेजस्वी और तेजप्रताप से मीडिया से बात-बात पर बात नहीं करने को कहा गया है. अगर बात करनी है तो पूरी तैयारी के साथ करें. विभाग काम करे और काम करता दिखे भी. दोनों को सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने को कहा गया है.
 
लालू की निगरानी में दोनों से मिलने और आने-जाने वालों पर सख्त् निगहबानी की व्यीवस्थां की जा रही है. खुफिया कैमरों के प्रयोग के तौर-तरीकों की जानकारी दोनों को विशेषज्ञ दे रहे हैं. कौन कहां कैमरा लगाकर चला जाता है, एक्सापर्ट दोनों को बता रहे हैं. लब्बोलुआब यह है कि विरासत की नींव कहीं कमजोर न पड़े, इसके लिए लालू यादव ने लाठी उठा रखी है.
 
 

कट गई ‘पतंग’ दोस्‍तों की ————————–जो होना था,हो चुका । किसे मिर्ची लगी,किसे मीठी – अब बहस बेमानी है ।…

Posted by Gyaneshwar on Friday, November 27, 2015

 

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