उत्तरकाशी/ नई दिल्लीः उत्तराखंड के सहस्त्रताल ट्रेकिंग रूट पर एक गंभीर हादसा हो गया. सहस्त्रताल पर ट्रैकिंग के लिए गए 9 लोगों ट्रेकरों की मौत की खबर सामने आ रही है. वहीं 13 लोगों को जिंदा बचा लिया गया. उत्तराखंड के सहस्त्रताल ट्रैकिंग रूट पर यह पहली घटना नहीं है. उत्तरकाशी के पहाड़ों में ट्रैकिंग […]
उत्तरकाशी/ नई दिल्लीः उत्तराखंड के सहस्त्रताल ट्रेकिंग रूट पर एक गंभीर हादसा हो गया. सहस्त्रताल पर ट्रैकिंग के लिए गए 9 लोगों ट्रेकरों की मौत की खबर सामने आ रही है. वहीं 13 लोगों को जिंदा बचा लिया गया. उत्तराखंड के सहस्त्रताल ट्रैकिंग रूट पर यह पहली घटना नहीं है. उत्तरकाशी के पहाड़ों में ट्रैकिंग के दौरान पहले भी लोग ऐसी ही घटनाओं का शिकार हो चुके हैं। यहां हर साल ऐसी ही घटनाएं होती रहती हैं. फिलहाल इस पूरे मामले में राज्य सरकार ने काफी तेजी से कार्रवाई की है और अब तक 13 लोगों को बचाया है. सूत्रों की मानें तो अब तक नौ लोगों की मौत हो चुकी है और पांच लोगों के शव बरामद किये गये हैं. अन्य चार लोगों के शव अभी तक नहीं मिले हैं.
इस मामले में, एसडीआरएफ अधिकारी और स्थानीय सरकार पर्वतारोहण दल के सदस्यों की तलाश के लिए मिलकर काम कर रहे हैं। हालांकि, सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या ट्रैकिंग दल के पास लाइसेंस था और क्या ट्रैकिंग दल में 50 साल से लेकर 64 साल तक के बुजुर्ग भी शामिल थे. इन लोगों का हेल्थ चेकअप हुआ था या नहीं लगातार मौसम विभाग अपनी अपडेट देता रहता है. क्या मौसम के अपडेट को देखते हुए इस ट्रैकिंग दल ने अपनी यात्रा शुरू की थी.
कई सवाल हैं, लेकिन बचाव अभियान फिलहाल जारी है और राज्य सरकार इस यात्रा पर निकले सभी लोगों को सुरक्षित लाने की कोशिश कर रही है। इनमें से 13 को सुरक्षित देहरादून लाया गया और नौ में से पांच के शव बरामद कर लिये गये। हालांकि, चार लोग अभी भी लापता माने जा रहे हैं. बता दें कि 29 मई को 22 लोगों का एक समूह उत्तरकाशी में ट्रेकिंग पर निकला था और बीती रात रास्ता भटककर लापता हो गया. जब खोजबीन शुरू हुई तो पांच लोगों के शव मिले। 13 लोगों की जान बचाई गई. बाकी चार लोग अभी भी लापता माने जा रहे हैं.