हैलिकॉप्टर में क्यों नहीं रखा जाता है पैराशूट, इमरजेंसी में इस कारण से कम होते हैं बचने के चांस
दुनियाभर में हेलीकॉप्टर क्रेश के मामलों में हर साल कई लोग अपनी जान गवां देते हैं.
ऐसे में सवाल ये उठता है कि आखिर किसी भी विमान में इमरजेंसी के लिए पैराशूट क्यों नहीं रखा जाता है?
तो बता दें कि एक हेलीकॉप्टर में एक भारी पैराशूट को रखने के लिए पर्याप्त नहीं होता, दरअसल ये सीट इतनी ही बड़ी होती है जिसमें तीन लोग बैठ सके.
ऐसे में फिर भी पैराशूट को हर सीट पर रखा जाएगा तो उसमें अतिरिक्त वजन बढ़ जाएगा.
इससे विमान का कुल वजन लगभग 6,000-8,000 पाउंड अधिक हो जाएगा, जिससे संबंधित लागतें भी काफी बढ़ जाएंगी, वजन बढ़ने से हेलीकॉप्टर में असुविधा हो सकती है.
इसके अलावा हेलिकॉप्टर से कोई हादसा होता है तो वो सीधे नीचे आता, प्लेन में ऐसा नहीं होता और बचने का कोई टाइम नहीं होता.
इसका कोई फायदा भी नहीं होता, हेलिकॉप्टर क्रैश के वक्त उसे कंट्रोल करना मुश्किल होता है.