ये है भारत का अनोखा गांव जहां जाने के लिए देना पड़ता है टेक्स
भिखनाठोरी गांव
बिहार के पश्चिम चंपारण में भिखनाठोरी गांव है. यह गांव भारत-नेपाल सीमा से सटा है.
जंगल से सटा गांवभिखनाठोरी गांव वाल्मीकिनगर टाइगर वन क्षेत्र में आता है.
कितनी है आबादी?गाव की कुल आबादी 2000 है, वहीं मतदाताओं की सख्या 550 है.
तीन पीढ़ियों से गांव में रह रहे
गांव के लोगों का कहना है कि वे यहां तीन पीढ़ियों से रह रहे हैं. वहीं, वन विभाग के अफसरों की मानें तो ये लोग माइग्रेटेड है.
वन विभाग के रेंजर सुनील पाठक के मुताबिक, ऐसा कोई नक्शा नहीं है, जो कि यह बताता हो कि यहां कोई गांव है. जिसे लोग गांव बता रहे हैं, वह जमीन वन विभाग या रेलवे की है.
वन विभाग के अफसरों के मुताबिक, गांव के लोगों से कोई टैक्स नहीं लिया जाता है. लेकिन बाहर के लोगों से टैक्स लिया जाता है, क्योकि यह क्षेत्र वाल्मीकिनगर टाइगर रिजर्व का है.
वन विभाग एनओसी नहीं दे रहा
इस गांव में धारू जनजाति के लोग रहते हैं. स्थानीय लोगों का मानना है कि वन विभाग एनओसी नहीं दे रहा है, इसलिए सरकारी सुविधाएं नहीं आ पा रही है.