महात्मा गांधी के जीवन के सबसे विवादास्पद पहलुओं में से एक था ब्रह्मचर्य। वे लगातार इसे लेकर प्रयोग करते रहे।
ब्रह्मचर्य के साथ प्रयोग को लेकर गांधी जी इतने एक्सट्रीम हो गए थे कि वे कम उम्र स्त्रियों के साथ सोने या नग्न होने से परहेज नहीं करते थे।
गांधी जी ने 38 साल की उम्र में ब्रह्मचर्य अपनाया, इसके बाद से उनकी सोच लगातार कट्टर होती गई। लेकिन जिस बात से फर्क पड़ा, वो थी इसे लेकर गांधी जी के अनोखे प्रयोग।
खुद को जांचने-परखने के लिए गांधी जी लगातार महिलाओं के संपर्क में ऐसे रहते थे जिसे सामाजिक तौर पर स्वीकारा नहीं जाता।
'महात्मा गांधी एंड हिज एपॉस्टल्स' किताब में एक जगह लिखा है कि गांधी जी साबरमती आश्रम में अपने निजी सचिव प्यारेलाल की बहन और निजी चिकित्सक सुशीला नायर के साथ नग्न स्नान करते थे।
किताब में लिखा है कि 69 साल के गांधी करीब 24 साल की सुशीला के साथ स्नान किया करते थे। हालांकि बाद में गांधी जी ने कहा कि वे दोनों पार्टिशन में नहाते हैं और उनकी आंखें भी बंद रहती हैं।