भारत की राजधानी दिल्ली है, पर क्या आप जानते हैं कि देश में एक ऐसा भी शहर है, जो सिर्फ एक दिन के लिए देश की राजधानी बन गया था.
चलिए अब आपको विश्वस्नीय सूत्रों से बताते हैं कि इस सवाल का सही जवाब क्या है.
1 नवंबर 1858 को प्रयागराज, यानी इलाहाबाद को भारत की राजधानी बनने का दर्जा प्राप्त हुआ था. पर ये दर्जा शहर को सिर्फ एक दिन के लिए मिला था.
इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर हेरांब चतुर्वेदी ने 2022 की रिपोर्ट में बताया था कि यहां पर ईस्ट इंडिया कंपनी ने, देश का कार्यभार ब्रिटिश सरकार को सौंप दिया था.
उस दौरान दिल्ली, मेरठ और आगरा, 1857 में भड़की विद्रोह की पहली चिंगारी से जल रहा था. तब इलाहाबाद पूरी तरह से ब्रिटिश शासन के अंतर्गत था.
यही कारण है कि रानी विक्टोरिया के मेनिफेस्टो को पढ़ने के लिए लॉर्ड कैनिंग ने इलाहाबाद के मिंटो पार्क को चुना, जहां शक्तियों का ट्रांसफर हुआ और उसी वक्त ये शहर देश की राजधानी बना था.
इलाहाबाद अपने में बेहद अनोखा शहर है और इतिहास से जुड़ी कई प्रमुख घटनाएं यहां घट चुकी हैं. इलाहाबाद में ही कुंभ लगता है जिसकी हिन्दी धर्म में बहुत मान्यता है.