वॉशिंगटन : अमेरिका ने भारतीय उपमहाद्वीप में आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के लिए भर्ती करने वाले मोहम्मद अरमार शफी को ग्लोबल टेररिस्ट घोषित कर दिया है. अमेरिका ने अपनी वैश्विक आतंकी की सूची में अरमार का नाम भी जोड़ लिया है.
कर्नाटक के भटकल के रहने वाले 30 वर्षीय अरमार के खिलाफ पहले भी इंटरपोल का रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया जा चुका है. अरमार के छोटा मौला, यूसुफ अल-हिंदे और अंजन भाई जैसे कई अन्य नाम भी हैं. अमेरिका ने वैश्विक आतंकियों की सूची अपडेट की है जिसमें अरमार का नाम शामिल किया गया है.
अमेरिकी विदेश विभाग की स्पेशल यूनिट के विदेश आतंकवाद नियंत्रण कार्यालय की सूची में अरमार का नाम शामिल किया गया है. जिसके अंतर्गत आतंकी एवं मादक पदार्थ तस्करों के समूहों पर आर्थिक प्रतिबंध लगाया जाता है.
अरमार के लिए कहा जाता है कि उसने अंसर उल-तौहीद ग्रुप बनाया था जो कि आईएस से जुड़ा था. रिपोर्ट्स की माने तो इंडियन मुजाहिद्दीन के आतंकियों के ऊपर हुई कार्रवाई के बाद अरमार अपने भाई के साथ पाकिस्तान चला गया था. वहां इंडियन मुजाहिद्दीन के संस्थापक रियाज और भटक भाईयों से लड़ाई के बाद अरमार ने यह ग्रुप बनाया था जो कि बाद में आईएस के साथ जुड़ गया था.
पहले कई बार अरमार के मारे जाने की खबरें भी आ चुकी हैं, लेकिन खुफिया एजेंसियों ने इन खबरों का खंडन ही किया है. बता दें कि अरमार के हाथ तकनीक में काफी तेज हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक वह सोशल मीडिया का इस्तेमाल करके भारत, श्रीलंका और बांग्लादेश के युवाओं को बहका कर आईएस में शामिल होने के लिए राजी करता था.