नई दिल्ली. भारतीय नौसेना को लंबे इंतजार के बाद स्कॉर्पिन सीरीज की पहली पनडुब्बी कलवरी मिल गई है. गुरुवार को मेक इन इंडिया के तहत बनी ये पनडुब्बी नौसेना को हासिल हुई. ये पनडुब्बी लेटेस्ट फीचर्स से लैस है.
गुरुवार को मझगांव डॉक शिपब्युल्डर्स लिमिटेड (MDL) ने नौसेना को पनडुब्बी सौंप दी. अब जल्द ही इस पनडुब्बी को भारतीय नौसेना में शामिल किया जाएगा. इन पनडुब्बियों को फ्रांसीसी नौसेना रक्षा और ऊर्जा कंपनी DCNS ने डिजाइन किया है. भारतीय नौसेना के प्रोजेक्ट-75 के तहत इनका निर्माण मुंबई में MDL द्वारा हुआ है.
बता दें इस पनडुब्बी का नाम कलवरी है. दरअसल हिंद महासागर में पाई जाने वाली टाइगर शार्क का नाम कलवरी है. जो बेहद अक्रामक शार्क होती है.
गौरतलब हो कि भारतीय नौसेना में पहली कलवरी 1967 में शामिल हुई था. ये भारत की पहली पनडुब्बी थी. ये पनडुब्बी ने 30 साल तक देश की रक्षा के लिए काम किया. स्कॉर्पिन सीरीज की पहली कलवरी में लेटेस्ट फीचर्स हैं. इस पनडुब्बी में लेटेस्ट तकनीक की वजह से ये ज्यादा शोर नहीं करेगी. कलवरी टारपीडो और ट्यूब तरीके से एंटी-शिप मिसाइल का इस्तेमाल कर सकती है.