नई दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस पीएन भगवती का गुरुवार को 95 वर्ष की आयु में निधन हो गया. भगवती ने दिल्ली में कल अंतिम सांस ली. भगवती देश के 17वें चीफ जस्टिस थे.
उन्होंने 12 जुलाई 1985 से 20 दिसंबर 1986 तक चीफ जस्टिस के रूप में अपनी सेवाएं दी थीं. भगवती ने ही देश में पीआईएल यानी जनहित याचिका दायर करने की शुरुआत की थी. पीआईएल की अवधारणा लाकर भगवती ने देश में नए न्यायिक एक्टिविज्म की शुरुआत की थी.
भगवती ने गुजरात हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के रूप में भी सेवाएं दी थीं. उन्हें 1973 में सुप्रीम कोर्ट में जज बनाया गया था. प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के कार्यकाल के दौरान आपातकाल में भगवती बंदी प्रत्यक्षीकरण केस से जुड़े पीठ में भी शामिल रहे थे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भगवती के निधन पर ट्वीट कर शौक जताया है. पीएम मोदी ने कहा कि भगवती का देश की न्यायिक प्रणाली में काफी बड़ा योगदान है, उन्हों देश के कई लोगों को आवाज दी.